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क्या बेच रही महिलाये

मन की बात
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फलां कम्पनी की कार खरीदिये लड़की आपसे खुद लिफ्ट मांगेगी …फलां ब्रांड की बाइक चलाओगे तो सड़क पर दो बच्चों के साथ खड़ी महिला आपको कहेगी के ये बच्चे उसके नहीं उसकी बहन के है …..एक विशेष ब्रांड का डियो लगा लो तो शहर की सारी लडकिया आपके पीछे भागने लगेंगी ….एक कम्पनी की चुन्गुम चबाने से लड़की आपकी दीवानी हो जायेगी ….फलां कम्पनी का टूथपेस्ट इस्तेमाल करने से लड़की आपको खुद किस करेगी ….एक ऐसी टॉफी है जो आपके दिमाग की बत्ती जला देती है और आप टीचर का बेवकूफ बनाकर क्लास में बठी लड़की के हीरो बन जाते है …..एक और कम्पनी का दावा है की उनकी शेविंग करें से शेव करने के बाद लड़की खुद चलकर आपके पास आ जाएगी …..आप फलां कम्पनी के अंडरवेअर पहनो तो ………………..

तो क्या आज की युवा पीढ़ी का एकमात्र लक्ष्य लड़कियों को प्रभावित करना ही रह गया है …..? कम से कम बुद्धू बक्से पर दिन भर आने वाले विज्ञापनों से तो कुछ ऐसा ही लगता है l जहा हर कम्पनी अपने ब्रांड को कुछ ऐसे ही अंदाज़ में प्रमोट कर रही है l

बदलते आधुनिक सामाजिक परिवेश में आज महिलाओं को एक भोग्या वस्तु के रूप में प्रचारित किया जा रहा है ऐसा लगता है की आज के हमारे युवा हर चीज केवल इसलिए खरीद रहे है की उस से किसी महिला को अपनी और आकर्षित किया जा सके l आज महिलाओ की आड़ लेकर सब कुछ बेचा जा रहा है जो चीज़े कभी कोई महिला इस्तेमाल ही नहीं करती जैसे शेविंग क्रीम से लेकर मोटरसाइकल तक के विज्ञापन में कम कपड़ो में एक महिला को खड़ा कर दिया जाता है l समझ में नहीं आता के पुरुषो के इस्तेमाल की चीज़े महिलाओं से बिकवाने का क्या तुक है भला l

हमारी संस्कर्ती में नारी को पूजनीय माना गया है परन्तु उपभोक्तावादी युग में आज महिलाओ का ये एक नया ही रूप सामने आ रहा है l अपने ब्रांड की और लोगो को आकर्षित करने के लिए कम कपड़ो में एक युवती को उनके सामने खड़ा कर दिया जाता है यानी उस युवती की देह की आड लेकर अपना उल्लू ये कंपनिया सीधा कर रही है l हमारे लिए पूजनीय रही नारी अब इन कंपनियों के सामान बेचने का जरिया बनकर रह गयी है l इनके जरिये आज सबकुछ बेचा जा रहा है l महिलाओं के आकर्षण में उलझी युवा पीढ़ी भी इन विज्ञापनों के भ्रमजाल में फंसकर वो सब कुछ खरीद रही है जिसकी शायद उसे ज़रुरत भी नहीं है l और इन विज्ञापनों में इन युवतियों का अंदाज़ कुछ ऐसा है के आप अपने परिवार के लोगों के साथ बैठकर इन्हें देखें तो आपकी आँखे शर्म से झुक जायेंगी l

और इस मोहजाल में फंसकर युवा हर वो चीज़ खरीदना चाहते है जिस से वह किसी लड़की को आकर्षित कर सके अपनी पढाई और कैरियर को भूलकर वो बस अब महिलाओ को अपनी और आकर्षित करने में जुटे है l नारी सशक्तिकरण , महिलाओ के अधिकारों और उनके शोषण को लेकर आवाज़ उठाने वाले महिला संगठन भी इस और से से अनजान बनकर बैठे है क्या उन्हें यह सब दिखाई नहीं देता या फिर वह ये सब देखना ही नहीं चाहतेहै l

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